
hungary country about
इस देश की एक खास बात यह है की हंगरी में बहुत ही पहाङ इलाके है यह देश चारों तरफ से दूसरे देशों से घिरा है
इसका पूरा क्षेत्र 93 हज़ार Km² है जो की एक छोटा देश है लेकिन इस देश में 1 मिलियन से भी कम लोग रहते है
Budapast एक बङा शहर है यह हंगरी की राजधानी भी है
ये देश के सात देशों से अपना सरहद लगता है ऑस्ट्रिया, स्लोवानिया, क्रोएशिया, सर्बिआ, रोमानिया, यूक्रेन, स्लोवाकिया. यह यूरोपियन यूनियन और NATO का मेंबर भी है
यहाँ बहुत पहले कम्युनिस्ट था लेकिन आज भी सोशलिस्ट केे रुप में आज भी अंश है जो लोगों को काफ़ी वेलफेयर योजनाए लागु कर रखी है
देश के विधानसभा 1904 में बना था यह 100 से ज़्यादा साल ज्यादा पुराना है और यह आज भी इसकी विशाल दीवार खड़ी है यह दुनिया में से खूबसूरत विधानसभा में से एक है |
हंगरी की इकॉनमी दुनिया में 57th बड़ी इकॉनमी है इस देश का ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स में 40 वां स्थान है जो की अच्छा माना जाता है हंगरी का कई देशो के साथ बिज़नेस करता है इनमे से जयादातर यूरोप के देश होते है जर्मनी, ऑस्ट्रिया, रोमानिया, स्लोवाकिया, इटली जैसे देश शामिल है हंगरी की इकॉनमी बढ़ती हुयी इकॉनमी है कहने का मतलब यह है की हंगरी की इकॉनमी एक्सपोर्ट पर आधारित है
Budapest हंगरी की राजधानी के होने साथ साथ इकॉनमी हब भी है यहाँ हंगरी के बड़े बड़े बिज़नेस है
देश की फ़ूड प्रोडक्शन बहुत ही अत्यधिक है | यहाँ की करेंसी यूरो नहीं है बल्कि Hungarian Forint है जो कमज़ोर करेंसी है देश की पापुलेशन 10 मिलियन है|
इस देश के ज्यादातर लोगों केे पास अधिक पैसे है इसकी GDP प्रति व्यक्ति आय केे हिसाब से Hungary 45वां स्थान है कृषि पर लोग सिर्फ लगभग 4 % तक निर्भर है और 65% लोग सर्विस सेक्टर में लगे हुए है और बाकी इंडस्ट्री पर निर्भर है इसलिए यह एक विकसित देश है
देश में लोगों की इनकम ज्यादा है देश की एजुकेशन सिस्टम बहुत बढ़िया है यहाँ लोगों को गवर्नमेंट अच्छी सेवा देते हैं लोगों की हेल्थ भी अच्छी है
improvement in Economy
हंगरी में 1940 के करीब पुरे देश में nationalisation सभी कंपनी का कर दिया जिस कंपनी में 10 लोग काम करते थे वह कम्पनीको छोड़ दिया गया लेकिन धीरे धीरे देश की इकॉनमी पर भूरा प्रभाव पड़ने लगा क्यूंकि इस पर वेलफेयर प्रोग्राम, सब्सिडी प्रोग्राम चलाने और टैक्स में कमी के कारण देश का खज़ाना खाली हो गया ऐसे में देश पर क़र्ज़ बढ़ने लगा
ऐसा इसलिए हुआ क्यूंकि 1991 में सोवियत यूनियन के टूटने के कारण दुनिया में हर जगह उथल पुथल था ऐसा बस वही पर था जहाँ सोवियत यूनियन का सबसे ज्यादा असर था सोवियत यूनियन के टूटने से दुनिया के बड़े बड़े देशों ने अपनी इकॉनमी को liberalisation और pravatisation की ओर चलने लगे इन्ही में से हंगरी भी था
Economy में सुधार की पहल
1980 से 1990 के दशक में देश की इकॉनमी को सुधारने के लिए बड़े बड़े कदम लिए गए और देश की इकॉनमी को नयी नयी पालिसी को लागू करके, इसे सुधारा गया और दोबारा pravatisation की ओर चल दिया गया लेकिन जब कंपनी प्राइवेट हुयी तो लोगों को उनके जॉब से निकाल दिया गया इससे हंगरी में बहुत बड़ी संख्या लोग बेरोज़गार हो गए
दुनिया के कई देश ने अपने देश में nationalisation को ख़त्म करने के लिए बड़े बड़े बदलाव करना शुरू कर दिया इनमे से टैक्स में कमी भी करनी पड़ी और विदेसी इन्वेस्टमेंट को देश में इन्वेस्ट करने के लिए आमंत्रण भी दिए
हंगरी में इकनोमिक सुधार होने से देश में बाहर से विदेशी इन्वेस्टमेंट भी शुरू हो गया हंगरी IMF और वर्ल्ड बैंक जैसे संस्था का मेंबर बना हंगरी ने IMF से कर्ज़ा भी लिया और उसे वापस भी दे दिए
वर्तमान में यह देश विकसित देश है और अपने नागरिकों को कुछ विशेष वेलफेयर प्रोग्राम से मदद भी कर रहा है
Brief History of Hungary
हंगरी में दो बार मंगोलो ने हमला किया |
यह हमला 1241-1242 में किया गया था इस दौरान मंगोलो ने बहुत अत्याचार और बलात्कार किया |
1526 Ottoman Turks ने हंगेरियन को हराया यह Battle Of Mohacs कहलाता है
1699 में, ओटोमन तुर्क को ऑस्ट्रिया के राजा Leopold 1 ने बहुत बुरी तरह से हराया और इन्होने ओटोमन एम्पायर को पीछे धकेल दिया और हंगरी पर इन्होने हुकूमत की और ऑटोमन की हार हुयी और वह हंगरी को छोड़ कर चले गए इस दौरान ऑस्ट्रिया का हंगरी पर कब्ज़ा था इसलिए हंगरी के लोग बहुत खुश नहीं थे वहाँ फिर भी हंगरी के लोग ऑस्ट्रिया से भी आज़ादी चाहते थे |
Austo- Hungrian Empire
1867 में हंगरी, ऑस्ट्रिया का ऑटोनोमस भाग बन जाता है जिसमे विदेसी मामले और डिफेन्स ऑस्ट्रिया संभालता था यह Austro- Hungarian empire में बहुत सारे देश शामिल हो गए थे इसमें Chech Republic, पोलैंड केे भाग, यूक्रेन, केे कुछ पार्ट, रोमानिया केे कुछ भााग सर्बिआ केे कुछ पार्ट स्लोवेनिया, क्रोएशिया, Bosnia & Her में शामिल थे |

यह Austro-Hungarian एम्पायर 1918 तक पाया और वर्ल्ड वॉर तक हंगरी में 1918 में Austro-Hungarian empire टूट जाता है और Hungary Republic is proclaimed following a revolution
1941 में, हंगरी ने जर्मनी के साथ दिया और दूसरा वर्ल्ड वॉर में जर्मन और रूस के बीच वॉर हुआ
हालांकि जर्मन का साथ हंगरी ने दिया इसलिए जर्मन केे साथ साथ हंगरी को भी बहुत नुकसान हुआ |
हंगरी जर्मन दोनों ही देश USSR (Soviet Union) के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे
इसका अंत जापान पर परमाणु अंत गिराने पर यह युध्द ख़त्म हुआ